Posts

Showing posts from April, 2020

Bajra Roti Recipe – बाजरे की रोटी

Image
Bajra Roti Recipe -  बाजरे की रोटी क्या इन सर्दियों में आपने बाजरे की टिक्की और बाजरे की रोटी (Bajre Roti) खायीं है ? राजस्थान और ब्रज के इलाके में बाजरा की रोटी को उरद की दाल और पटोरी के साथ खाया जाता है और बाजरे की रोटी का मलीदा (Bajra Roti Malida) तो कहना ही क्या ! आईये आज बाजरे की रोटी बनायें . आवश्यक सामग्री - Ingredients for Bajra Ki Roti Recipe बाजरे का आटा (Bajra Attaa) - 500 ग्राम नमक - स्वादानुसार ( यदि आप चाहें ) गरम पानी मक्खन या घी बनाने की विधि - How to Bajra Ki Roti Recipe बाजरे के आटे को किसी चौड़े बर्तन में छान लें .  गुनगुने पानी की सहायता से आटे को गूथ लें . तवा गैस पर रख कर गरम करें।   गूथे हुये आटे से 2 रोटियां बनाने लायक आटा निकाले और आटे को हाथ से मसल कर मुलायम करें , पानी डालने की आवश्यकता हो तो थोड़ा थोड़ा पानी मिलाकर नरम कर लीजिये। नरम आटे से एक रोटी का आटा निकलकर , गोल कीजिये और हथेलियों से बड़ा लीजिये

Makki ki Roti | मक्के की रोटी आसानी से बनाईये । Makki di Roti easy recipe

Image
Makki ki Roti | मक्के की रोटी आसानी से बनाईये । Makki di Roti easy recipe क्या आप मक्के की रोटी में गेहूं का आटा मिलाकर बनाती है कि वो टूटे नहीं। क्या आपने कभी मक्के का आटा कद्दूकस की हुई मुली में गुंद तक मक्के की रोटी बनायी ... मक्के की रोटी पंजाब की एक लोप्रिय रोटी है। जो की मकई के आटे से बनती है और आमतौर पर इसे सरसों के साग के साथ परोसा जाता है। परम्परागत रूप से रोटी को बनाने के लिए लोई को हथलियों के बीच दबाकर गोलाकार दिया जाता है। और फिर इसे तवे पैर हलकी आंच पर अच्छे से सेखा जाता है। इसे बनाने के लिए काफी अभ्यास की जरुरत होती है क्योंकि ये गेंहू की रोटी बनाने से थोड़ा मुश्किल है। तो आइये आज हम मक्की की रोटी बनाते हैं... आवश्यक सामग्री - Ingredients for Makki Ki Roti Recipe मक्की का आटा -- 400 ग्राम नमक -- स्वादानुसार(यदि आप चाहें) गरम पानी मक्खन बनाने की विधि - How to make Makki Ki Roti Recipe मक्की का आटा एक बर्तन में निक

Different types of Raita recipes in hindi | विभिन्न प्रकार के रायते बनाने की विधि

Image
Different types of Raita recipes in hindi | विभिन्न प्रकार के रायते बनाने की विधि Different types of Raita recipes in hindi सबसे पहले रायता शब्द 19 वीं सदी में हिंदी और उर्दू भाषा से उत्पन हुआ और संस्कृत में इसको “ राजिकाक्त” कहते है , जिसका अर्थ होता है काला सरसों और तीखा।   दक्षिण भारत खास कर केरल और तमिलनाडु में रायता को हम “ पचडी” नाम से भी जानते है। यह भारतीय महाद्वीप में विशेष कर भारत , पाकिस्तान और बांग्लादेश में दही के साथ फल , सब्जी या बूंदी के साथ मिलाकर कच्चे या पक्के रूप में किसी भी तरह से खाया जा सकता है। रायते को बनाने के लिए दही को मथ करना पड़ता है और इसमें   प्याज , आलू , खीरा , ककड़ी , पुदीना , और बेसन की बूंदी आदि तरह - तरह की सामग्री मिलाई जाती है। इन सबके अलावा इसमें भुना जीरा और हींग का तड़का भी लगाया जाता है। वैसे तो इसे किसी भी व्यंजन के साथ एक सहायक वयंजन के तौर जाता है , जिससे उस वयंजन का स्वाद दोगुना हो जाता ह